महाराष्ट्र में अस्मिता योजना 2023
वितरण, पात्रता
महाराष्ट्र में अस्मिता योजना 2023
वितरण, पात्रता
महिलाओं और लड़कियों में स्वच्छता की अलख जगाने और उन्हें सैनिटरी नैपकिन के बारे में जानकारी देने और इसे हर महिला को कम कीमत पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महाराष्ट्र सरकार ने अस्मिता योजना शुरू की। इस योजना के तहत राज्य की छात्राओं को बड़े पैमाने पर ट्रैकिंग करके कम कीमत पर सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे इसे खरीदकर इस्तेमाल कर सकें।
अस्मिता योजना महाराष्ट्र लॉन्च विवरण:-
महिलाओं और स्कूल जाने वाली लड़कियों को सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह योजना 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा महाराष्ट्र में लागू की जाएगी। इस योजना के तहत जिला परिषद स्कूलों में जाने वाली छात्राओं को 5 रुपये में सैनिटरी नैपकिन के पैकेट उपलब्ध कराए जाएंगे, जबकि ग्रामीण महिलाओं को यह सुविधा 24 और 29 रुपये की रियायती कीमत पर उपलब्ध कराई जाएगी।
अस्मिता योजना की मुख्य विशेषताएं:
मुख्य उद्देश्य: गांवों में रहने वाली लड़कियों और महिलाओं के बीच मासिक धर्म चक्र के दौरान रखी जाने वाली स्वच्छता के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 17 प्रतिशत महिलाएं ही सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करती हैं। इसके पीछे मुख्य कारण नैपकिन की ऊंची कीमत, गांवों में इसका आसानी से उपलब्ध न होना और गांवों की महिलाओं का इसे खरीदने में झिझक महसूस करना है। इन सभी समस्याओं से महिलाओं को निजात दिलाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा यह योजना लागू की गई है।
बजट: महाराष्ट्र सरकार ने इस योजना के लिए 3 करोड़ रुपये का बजट रखा है. इसके माध्यम से स्कूली छात्राओं और महिलाओं को कम कीमत पर सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने के साथ-साथ छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी पैदा की जाएगी।
नैपकिन की कीमत: स्कूली छात्राओं को ये नैपकिन पैकेट 5 रुपये में उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसमें 1 पैकेट में 5 नैपकिन होंगे. वहीं गांव की महिलाओं के लिए दो तरह के पैकेट उपलब्ध हैं जिनकी कीमत क्रमश: 24 रुपये और 29 रुपये होगी.
मुख्य लाभार्थी: इस योजना की मुख्य लाभार्थी 11 से 19 वर्ष की ग्रामीण छात्राएं हैं। इसके अलावा यह लाभ ग्रामीण महिलाओं को भी दिया जाएगा.
सीनेटरी आबंटन का वितरण (Distribution)
इस योजना के लिए सेनेटरी एलोकेटरी एसएचजी के अंतर्गत आने वाली महिलाएँ सीधे तौर पर पुस्तक खरीद लेंगी, इसके लिए उनका मोबाइल एप्लिकेशन उपयोग में लाया जाएगा।
अब इन पुरालेखों में पुरावशेषों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए छात्रा से 5 रुपये की कीमत वसूल की जाएगी।
इस योजना के लिए पात्रता (पात्रता)
यह योजना महाराष्ट्र में मौजूद अभिनेत्रियों और महिलाओं के लिए है।
इस योजना का विशेष लाभ जिला परिषद की स्कूल में पढ़ी गई बेटियों को दिया जाएगा।
महाराष्ट्र ग्रामीण महिलाओं को भी इस योजना के तहत रियायती मूल्य पर सेनेटरी उपलब्ध कराई जाएगी।